निवेदन
प्रिय दोस्तों,
प्रिय दोस्तों,
मैं एस.पी. गुरावा कोई साहित्यकार या लेखक नहीं हूँ। पढ़ने लिखने मंे सब की रूचि होती है। मेरी भी रूचि है। क्योंकि इससे कई जानकारी तो मिलती है किन्तु कई बार मन को बहुत ही शान्ति और खुशी भी मिलती हैं। कई महानुभवों के विचारों से एक नया संचार होने लगता है जीवन में। कई बार हैरान परेशान हम यूं ही कुछ पढ़ने लगते है लेकिन संयोग से उसी पल हमने कुछ एैसा पढ़ा कि हमे एक नया मार्ग नई दिशा मिल जाती है, और हमारे जीवन को एक नया मोड़ दे देती है।
कई बार हम किसी विषय में किसी समस्या के समाधान पाने के लिये परेशान हो जाते है किसी कारण वश हम वहां तक नही पहूंच पाते जिससे हमे इस समस्या का हल मिले। कभी कुछ समय खाली मिला तो क्या करें कहीं से कोई पुस्तक या अखबार उठाया चाहे वो पूराने ही क्यूं न हो पढ़ने लगते है तभी उसमें एक एैसी बात लिखी देखी कि हमारी रूचि उसमें बढ़ गई क्योंकि उसमें हमारी उसी समस्या के बारे में जिक्र किया गया था, जिसके समाधान के लिये हम परेशान थे। कुछ एैसी जानकारी भी हमें देखने को मिलती हो जो रोचक महत्वपूर्ण और हमारे काम की हो। जो भविष्य मे हमारे लिये विशेष भुमिका के रूप काम आये।
दोस्तों मैंने प्रयास किया है कि मेरी जानकारी को मैं आपके साथ (बांटू) शेयर करूँ। इसीसे प्रेरित हो मैंने इस ब्लोग पर कुछ जुटाने का प्रयत्न किया है, ये जानकारियां और लेख पूर्ण रूप से मेरे स्वयं के नहीं है, मैने इन्हे विभिन्न माध्यमों से एकत्रित किया है, और आगे भी करता रहूंगा। जिन किसी भी महानुभव के ये लेख एवं रचनाऐ है उनसे मेरा निवेदन है कि मैं किसी गलत एवं व्यवसायीक उददेश्य से इन रचनाओं का दूरूप्योग नहीं करना चाहता हूँ। बस उक्त जानकारियों और लेख से किसी को लाभ मिल सके इसी मानस से इन्हें यहां पूनः प्रस्तुत कर रहा हूँ। यदि किसी को कोई ठेस पहूंची हो तो मुझे अपना छोटा भाई, पुत्र मान कर क्षमा करें और मेरा मार्ग दर्शन कर सुझाव अवश्य दें।
मेरे इस ब्लाॅग का उद्देश्य मात्र ज्ञान का प्रसार करना है जिससे अधिक से अधिक इसका लाभ ले सके। मैंने अभी-अभी इस पर कार्य शुरू किया हैं। आपकी दूआऐं और आशिर्वाद रहा तो सफलता भी प्राप्त कर सकूंगा। इस ब्लाॅग को मै साधारण छोटी-बड़ी जानकारी एवं सुविचार एवं लघु कथाओं से श्रृंगारित करने का प्रयास करूंगा। और इसमें कई महत्वपूर्ण वेब पेज, वेब साइट, की जानकारी एवं लींक भी शामिल किये हैं।
अभी तो शुरूआत है तो समय भी लग सकता है, गलती भी हो सकती है,
कमियां भी रहेगी। तो इसी लिये आपसे सहयोग की आशा हैं।
कई बार हम किसी विषय में किसी समस्या के समाधान पाने के लिये परेशान हो जाते है किसी कारण वश हम वहां तक नही पहूंच पाते जिससे हमे इस समस्या का हल मिले। कभी कुछ समय खाली मिला तो क्या करें कहीं से कोई पुस्तक या अखबार उठाया चाहे वो पूराने ही क्यूं न हो पढ़ने लगते है तभी उसमें एक एैसी बात लिखी देखी कि हमारी रूचि उसमें बढ़ गई क्योंकि उसमें हमारी उसी समस्या के बारे में जिक्र किया गया था, जिसके समाधान के लिये हम परेशान थे। कुछ एैसी जानकारी भी हमें देखने को मिलती हो जो रोचक महत्वपूर्ण और हमारे काम की हो। जो भविष्य मे हमारे लिये विशेष भुमिका के रूप काम आये।
दोस्तों मैंने प्रयास किया है कि मेरी जानकारी को मैं आपके साथ (बांटू) शेयर करूँ। इसीसे प्रेरित हो मैंने इस ब्लोग पर कुछ जुटाने का प्रयत्न किया है, ये जानकारियां और लेख पूर्ण रूप से मेरे स्वयं के नहीं है, मैने इन्हे विभिन्न माध्यमों से एकत्रित किया है, और आगे भी करता रहूंगा। जिन किसी भी महानुभव के ये लेख एवं रचनाऐ है उनसे मेरा निवेदन है कि मैं किसी गलत एवं व्यवसायीक उददेश्य से इन रचनाओं का दूरूप्योग नहीं करना चाहता हूँ। बस उक्त जानकारियों और लेख से किसी को लाभ मिल सके इसी मानस से इन्हें यहां पूनः प्रस्तुत कर रहा हूँ। यदि किसी को कोई ठेस पहूंची हो तो मुझे अपना छोटा भाई, पुत्र मान कर क्षमा करें और मेरा मार्ग दर्शन कर सुझाव अवश्य दें।
मेरे इस ब्लाॅग का उद्देश्य मात्र ज्ञान का प्रसार करना है जिससे अधिक से अधिक इसका लाभ ले सके। मैंने अभी-अभी इस पर कार्य शुरू किया हैं। आपकी दूआऐं और आशिर्वाद रहा तो सफलता भी प्राप्त कर सकूंगा। इस ब्लाॅग को मै साधारण छोटी-बड़ी जानकारी एवं सुविचार एवं लघु कथाओं से श्रृंगारित करने का प्रयास करूंगा। और इसमें कई महत्वपूर्ण वेब पेज, वेब साइट, की जानकारी एवं लींक भी शामिल किये हैं।
अभी तो शुरूआत है तो समय भी लग सकता है, गलती भी हो सकती है,
कमियां भी रहेगी। तो इसी लिये आपसे सहयोग की आशा हैं।
आपके सहयोग एवं सुझावों की आशा में
प्रयत्नशील
एस.पी. गुरावा
प्रयत्नशील
एस.पी. गुरावा
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